राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) के आहार दिशानिर्देश 2024: सम्पूर्ण स्वास्थ्य गाइड

प्रस्तावना: भारत में पोषण की स्थिति और इसकी आवश्यकता

भारत एक विविधतापूर्ण देश है जहां आहार संबंधी आदतें क्षेत्र, संस्कृति और आर्थिक स्थिति के अनुसार बदलती हैं। राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) ने 2024 में जारी अपने नवीनतम "Dietary Guidelines for Indians" में भारतीयों के लिए एक संतुलित और पौष्टिक आहार योजना प्रस्तुत की है। यह दिशानिर्देश केवल कुपोषण को दूर करने बल्कि मोटापे, मधुमेह और हृदय रोग जैसी आधुनिक बीमारियों से बचाव में भी मदद करते हैं।



इस विस्तृत ब्लॉग में हम निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा करेंगे:

  1. भारत में पोषण संबंधी चुनौतियाँ
  2. NIN के नए दिशानिर्देशों की मुख्य सिफारिशें
  3. विभिन्न आयु वर्ग के लिए विशेष आहार योजना
  4. पोषक तत्वों की कमी और उनके समाधान
  5. आहार संबंधी मिथक और तथ्य
  6. स्वस्थ जीवनशैली के लिए व्यावहारिक सुझाव

भाग 1: भारत में पोषण की स्थिति - एक विस्तृत विश्लेषण

1.1 कुपोषण: दोहरी चुनौती

भारत में कुपोषण की समस्या दोहरी है - एक ओर अल्पपोषण (Undernutrition) तो दूसरी ओर अधिक पोषण (Overnutrition) NFHS-5 (2020-21) के आंकड़े चौंकाने वाले हैं:

·         बच्चों में अल्पपोषण:

  1. 35% बच्चे कम वजन के
  2. 32% बच्चे स्टंटेड (कद में कमी)
  3. 19% बच्चे वेस्टेड (दुबलापन)
  • वयस्कों में अधिक पोषण:
  1. 24% पुरुष और 22% महिलाएं मोटापे से ग्रस्त
  2. 15-49 आयु वर्ग की 57% महिलाएं एनीमिक

1.2 पोषक तत्वों की कमी: प्रमुख समस्याएं

NIN की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय आहार में निम्नलिखित पोषक तत्वों की गंभीर कमी पाई गई है:

पोषक तत्व

कमी के प्रभाव

प्रमुख स्रोत

आयरन

एनीमिया, थकान

पालक, मेथी, खजूर, अंडा

कैल्शियम

हड्डियों की कमजोरी

दूध, दही, तिल, रागी

विटामिन डी

इम्यूनिटी कमजोर होना

सूर्य प्रकाश, मछली

विटामिन बी12

नर्वस सिस्टम कमजोर होना

अंडा, मांस, दूध

प्रोटीन

मांसपेशियों की कमजोरी

दाल, सोया, पनीर

1.3 आहार संबंधी गलत आदतें

  • नाश्ता छोड़ना: 40% भारतीय नियमित नाश्ता नहीं करते
  • प्रोसेस्ड फूड: बिस्कुट, नमकीन, फास्ट फूड का अधिक सेवन
  • पानी कम पीना: औसतन 2-3 लीटर के बजाय 1-1.5 लीटर पानी पीना
  • अनियमित खानपान: देर रात तक जागना और भारी भोजन करना

भाग 2: NIN 2024 दिशानिर्देश - विस्तृत सिफारिशें



2.1 संतुलित आहार का आदर्श मॉडल

NIN ने भारतीय थाली को नए सिरे से डिजाइन किया है जिसमें निम्नलिखित घटक शामिल हैं:

1. अनाज (45-50% थाली):

  • साबुत अनाज को प्राथमिकता: गेहूं की रोटी, ब्राउन राइस, बाजरा, ज्वार
  • रिफाइंड आटे (मैदा) से परहेज

2. दालें और प्रोटीन (20-25% थाली):

  • दालें: अरहर, मूंग, उड़द, चना
  • प्रोटीन: पनीर, टोफू, अंडा, मछली (सप्ताह में 2-3 बार)

3. सब्जियां और फल (30-35% थाली):

  • हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, सरसों, मेथी (रोजाना)
  • रंगीन सब्जियां: गाजर, टमाटर, बैंगन
  • फल: केला, संतरा, सेब, पपीता (2-3 सर्विंग्स/दिन)

4. डेयरी (1-2 सर्विंग्स):

  • दूध/दही: 300-400 मिली प्रतिदिन
  • घी: 1-2 चम्मच (शुद्ध देसी घी बेहतर)

2.2 प्रमुख पोषक तत्व और उनके स्रोत

प्रोटीन: शरीर का बिल्डिंग ब्लॉक

·         शाकाहारी स्रोत:

o    दालें (1 कटोरी = 6-8 ग्राम प्रोटीन)

o    सोयाबीन (100 ग्राम = 36 ग्राम प्रोटीन)

o    पनीर (100 ग्राम = 18 ग्राम प्रोटीन)

·         मांसाहारी स्रोत:

o    चिकन ब्रेस्ट (100 ग्राम = 31 ग्राम प्रोटीन)

o    मछली (100 ग्राम = 20-25 ग्राम प्रोटीन)

o    अंडा (1 अंडा = 6 ग्राम प्रोटीन)

कैल्शियम: हड्डियों की मजबूती

  • दूध (1 गिलास = 300 मिलीग्राम)
  • रागी (100 ग्राम = 350 मिलीग्राम)
  • तिल (1 चम्मच = 88 मिलीग्राम)

आयरन: खून की कमी दूर करे

  • पालक (100 ग्राम = 2.7 मिलीग्राम)
  • खजूर (3 खजूर = 2 मिलीग्राम)
  • अंडे की जर्दी (1 अंडा = 0.5 मिलीग्राम)

2.3 खाना पकाने की स्वस्थ विधियाँ

NIN ने खाना पकाने की निम्नलिखित विधियों को प्राथमिकता दी है:

  1. उबालना (Boiling): दाल, सब्जियों के लिए उत्तम
  2. भाप में पकाना (Steaming): इडली, धोकला, स्टीम्ड सब्जियां
  3. ग्रिलिंग/बेकिंग: मछली, चिकन के लिए बेहतर
  4. कम तेल में तलना (Shallow Frying): पूरी तलने के बजाय सेहतमंद विकल्प

करें:

  1. डीप फ्राइंग (समोसे, पकौड़े)
  2. बार-बार एक ही तेल का उपयोग
  3. अधिक नमक/मसालों का प्रयोग

भाग 3: विशेष आयु वर्ग के लिए आहार योजना

3.1 गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएँ

  1. अतिरिक्त 350-500 कैलोरी की आवश्यकता
  2. आयरन और फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स अनिवार्य
  3. प्रोटीन: 1.2 ग्राम/किलो वजन (सामान्य से 25% अधिक)
  4. कैल्शियम: 1200 मिलीग्राम/दिन (3 गिलास दूध)

3.2 शिशु आहार (0-2 वर्ष)

  • 6 माह तक केवल स्तनपान
  • ऊपरी आहारदाल का पानी, खिचड़ी, मैश किए फल
  • 1 वर्ष तक नमक/चीनी दें

3.3 स्कूल जाने वाले बच्चे (6-12 वर्ष)

  • कैल्शियम युक्त आहार: दूध, पनीर, रागी
  • आयरन: पालक, चुकंदर, अंडा

जंक फूड से परहेज

3.4 किशोर (13-19 वर्ष)

  • प्रोटीन अधिक लें: अंडे, चिकन, सोया
  • हाइड्रेशन: 3-4 लीटर पानी/दिन
  • कैफीन (कोला, कॉफी) सीमित मात्रा में

3.5 वयस्क (20-60 वर्ष)

फाइबर: 25-30 ग्राम/दिन (साबुत अनाज, फल)

वसा20-30% कैलोरी (अच्छे वसा जैसे ऑलिव ऑयल)

शराब और धूम्रपान से परहेज

3.6 वृद्ध (60+ वर्ष)

  • प्रोटीन बनाए रखेंदाल, दही, मछली
  • कैल्शियमहड्डियों के लिए आवश्यक
  • हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन

भाग 4: आहार संबंधी मिथक vs तथ्य

मिथक 1: "कार्बोहाइड्रेट खाने से मोटापा बढ़ता है"

तथ्य: सही कार्ब्स (साबुत अनाज, दलिया) आवश्यक हैं। रिफाइंड कार्ब्स (मैदा, चीनी) हानिकारक।

मिथक 2: "फैट फ्री डाइट से वजन कम होता है"

तथ्य: अच्छे वसा (घी, नट्स) दिमाग और हार्मोन्स के लिए जरूरी।

मिथक 3: "प्रोटीन सिर्फ मांसाहारी भोजन से मिलता है"

तथ्य: दाल, सोया, पनीर से भी पर्याप्त प्रोटीन मिल सकता है।


भाग 5: व्यावहारिक सुझाव - स्वस्थ जीवनशैली के लिए

  1. नियमित समय पर भोजन करें
  2. प्रतिदिन 45 मिनट व्यायाम (योग, वॉक, जिम)
  3. 7-8 घंटे की नींद लें
  4. तनाव प्रबंधन (ध्यान, प्राणायाम)
  5. हाइड्रेटेड रहें (3-4 लीटर पानी/दिन)

निष्कर्ष: संतुलित आहार = स्वस्थ जीवन

NIN के इन दिशानिर्देशों का पालन करके हम केवल कुपोषण से बच सकते हैं बल्कि मधुमेह, हृदय रोग और मोटापे जैसी आधुनिक बीमारियों से भी सुरक्षित रह सकते हैं। याद रखें"आहार ही आयुर्वेद है" एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से हम दीर्घायु और स्वस्थ जीवन प्राप्त कर सकते हैं।

"स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत!"

Disclaimer (अस्वीकरण):

फ़ूड फॉर यू के इस ब्लॉग में दी गई जानकारी राष्ट्रीय पोषण संस्थान (NIN) के 2024 आहार दिशानिर्देशों पर आधारित है। यह केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है और किसी भी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। आहार संबंधी कोई भी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।

 


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